इस्लाम धर्म का खास त्यौहार ‘’ईदुज़ज़ूहा" दुनिया भर में मनाया जाता है। इसे बकरीद के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस दिन धार्मिक मर्यादाओं के अनुसार बकरे की कुर्बानी दी जाती है। वर्ष भर में इस्लाम धर्म में दो ऐसे त्यौहार आते हैं, जो सभी में हर्षोल्लास भर देते हैं। *ईदुज़ज़ूहा (बकरीद) का महत्व* ईदुज़ज़ूहा यह नाम अधिकतर अरबी देशों में ही लिया जाता है, लेकिन भारतीय उप महाद्वीप में इस त्यौहार को बकरीद कहा जाता है, इसका कारण है इस दिन हलाल जानवर की कुर्बानी दी जाती है। दिया जाना। इस्लाम धर्म में हलाल जानवर की कुर्बानी देकर बकरीद को मनाया जाता है, यह त्यौहार जानवरों की कुर्बानी के कारण हमेशा लोगों की चर्चा का विषय बना रहता है। बकरीद में हलाल जानवर की कुर्बानी देने का बहुत महत्व है। लेकिन ऐसा क्यों किया जाता है? खुशियों के त्यौहार में किसी बेज़ुबान हलाल जानवर की कुर्बानी देने का क्या अर्थ है? दरअसल इसके पीछे एक कहानी और उससे जुड़ी मान्यता छिपी है। *क्यों देते हैं कुर्बानी?* इस कहानी के अनुसार एक बार पैगम्बर इब्राहीम अलैय सलाम के सपने में अल्लाह का हुक्म हुआ कि, वे अपनी सबसे प्यारी ची
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