वैष्णव जन तो तेने कहिये जे,
पीर परायी जाने रे।
पर दुख्खे उपकार करे तोये,
मन अभिमान ना आने रे।
~ नव वर्ष 2014 ~
~ आप सभी के लिए ~
~ मंगलकारी हो ~
संबंधों में विश्वास आधारशिला की तरह है, जो रिश्तों को मजबूत और स्थायी बनाता है। इसकी भूमिका निम्नलिखित बिंदुओं से समझी जा सकती है: 1. **आपसी...
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