हालांकि, मानव स्वभाव में कुछ हद तक स्वार्थ होता है, और कई रिश्ते पारस्परिक लाभ पर आधारित होते हैं। लेकिन अगर रिश्ता केवल एकतरफा स्वार्थ पर टिका हो, बिना दूसरे की भावनाओं या जरूरतों का ख्याल रखे, तो यह अनुचित है। सच्चे और स्थायी संबंध आपसी समझ, विश्वास, और सहानुभूति पर आधारित होते हैं, जहां दोनों पक्ष एक-दूसरे का सम्मान करते हैं।
इसलिए, स्वार्थ को प्राथमिकता देने के बजाय, रिश्तों में संतुलन और सच्चाई बनाए रखना ज्यादा उचित और फायदेमंद होता है।
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