मै एक वकील हूँ, मै डबल ग्रेजवेट कहलाता हूँ। मै एक वकील हूँ मैं ऑफिसर ऑफ़ द कोर्ट कहलाता हूँ। मै एक वकील हूँ पैरवी करता हूँ आपने क्लाइंट के। लिये फिर चाहे वो खुनी हो या कातिल। मेरे काम में बड़ा है रिस्क एक जीत जाये तो दूसरा दुश्मन, दूसरा जीत जाये तो पहला दुश्मन। फिर भी मुझे ना तो कोई प्रोटेक्सन नहीं मिलता एडवोकेट प्रोटेक्सन बिल पास नहीं होता मैं सबसे बड़े संघ का सदस्य हूँ परंतु मुझे सामूहिक बीमा नहीं मिलता मैं बीमार होता हूँ संघ की आस तकता हूँ मुझे मेडिकल बीमा नहीं मिलता मुझे किराये पर कोई मकान नहीं देता मुझे संघ की तरफ से अधिवक्ता आवास नहीं मिलता । मै जिनके लिये पैरवी करता हूँ उनके पोर्टेक्सन के लिये ढेरों नियम और कानून हैं परंतु मेरे प्रोटेक्सन के लिये कोई कानून नहीं मुझे लोन देने मैं बैंकों के द्वारा आना कानी किया जाता है। मै हमेशा दूसरों की सोचता हूँ पर मेरी कोई नहीं सोचता क्योकी मै एक वकील हूँ मुझे ईश्वर ने मौका दिया है पीड़ित और शरणागत के रक्षा की। मैं अपने काम के प्रति सजग हूँ तभी तो पक्षकार के साथ न्यायलय के कार्य निरंतर होते हैं । मुझको फीस देने मे लोगो को तकलीफ होती है...
Advocate & Solicitor ~ Social Worker ~ Right to Information Activist