Thursday, 23 October 2014

पिता द्वारा दीपावली भेंट :-

श्री काली प्रसाद दुबे और एड. अंशुमान दुबे
दिया ऐसे जलाआे, कि राेशन हाे हर दिल,
अंधेरा मिट जाये, मिले इंसान से इंसान,
जैसे सब सगे हाे अपने।
राेशन कराे इस तरह अपने काे,
लक्ष्मी संग वीणा वादनी भी आवे,  
हर जीवन का अंधेरा मिटे,  
राेशन हाे आँगन से सारा जहां।।
  ......... श्री काली प्रसाद दुबे। 

No comments:

Post a Comment

विवेकानंद प्रवास स्थल - गोपाल विला, अर्दली बाजार, वाराणसी :: बने राष्ट्रीय स्मारक।

स्वामी विवेकानंद का वाराणसी से गहरा संबंध था। उन्होंने वाराणसी में कई बार प्रवास किया, जिनमें 1888 में पहली बार आगमन और 1902 में अंतिम प्रवा...