वाराणसी/काशी के न्याय मंदिर में बम ब्लास्ट की घटना को आठ साल बीत गए हैं। घटना में तीन अधिवक्ताओं समेत नौ लोगों की मौत और पचास से अधिक लोग घायल हुए थे। कचहरी परिसर में काम करने वाले अधिवक्ताओं को साथियों को आज तक न्याय न मिलने का गम सता रहा है।
23 नवंबर 2007 को सिविल और कलक्ट्रेट परिसर में दो स्थानों पर ब्लास्ट हुए थे। घटना से पूरी वाराणसी थर्रा उठी थी। साेमवार को घटना की आठवीं बरसी तक न्याय तो दूर मामले में आज तक न ही कोई अभियुक्त पकड़ा जा सका है और न ही किसी का बयान दर्ज किया गया है। मामला एसटीएफ के पास है लेकिन फिर भी विवेचना आगे नहीं बढ़ सकी है। इससे अधिवक्ता और पीड़ितों के परिवार नाराज हैं।
अधिवक्ता देते हैं प्रति वर्ष श्रद्धांजलि :- 23/11/2007 के बाद से हर बरसी पर दोनों घटना स्थल पर मारे गए लोगों की याद में पुष्प अर्पित करने के साथ दीप और कैंडिल जलाकर अधिवक्ता बंधुओं द्वारा श्रद्धांजलि दी जाती है।
Comments
Post a Comment