विधि संदेश 'काशी' ~ तृत्तीय संस्करण
💫नयी सोच नया नज़रिया 💫
नवम्बर / दिसम्बर 2014
वाराणसी कचहरी
वर्ष : 1 - अंक : 3 - कुल पृष्ठ : 8
प्रकाशित प्रतियां :3000
👉 Web link:-
http://vidhisandeshkashi.blogspot.in/2014/11/blog-post_29.html
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Sunday, 30 November 2014
विधि संदेश 'काशी' ~ तृत्तीय संस्करण
Sunday, 23 November 2014
कचहरी बम धमाका 23/11 - श्रद्धांजलि
Thursday, 13 November 2014
उनकी भी नसबन्दी करा दाे :-
गरीबी का मज़ाक गरीबाेें की माैत पे,
जितना चाहे बतिया लाे, राजनीति कर लाे,
डाक्टरों काे जेल भेज दाे, दवा कम्पनी काे बन्द कर दाे,
जाे चाहाे वह कर लाे, करवा दाे।
पर बिन मां के बच्चाें का क्या हाेगा यह ताे बता दाे..?
भाई की सूनी कलाई काे दम हाे ताे फिर से सजा दाे,
पत्नी के बिन पति का फिर से विवाह करा दाे...
आैर कुछ ना कर सकाे ताे उनकी भी नसबन्दी करा दाे,
मीडिया काे काफी दिनाें बाद रमन सिंह के खिलाफकुछ मिला है, तनी टी.आर.पी. ताे बड़ा लेने दाे।
गरीबाें का काम ही मरना है,
चाहे दवा से, चाहे भूख से, चाहे बिमारियां से,
लाइन में खडा़ कर गरीबाें काे जलियांवाला बाग बना दाे,
वाह रे तेरी दुनिया, वाह रे तेरे अच्छे दिन।
जय हाे भारत।
Wednesday, 12 November 2014
पांच चीजों को फेसबुक पर कभी पोस्ट नहीं करना चाहिए :-
आज के दौर में सोशल नेटवर्किंग के मामले में फेसबुक का कोई सानी नहीं है . अगर आप इस वक्त अपना स्टेटस अपडेट नहीं कर रहे होंगे तो आप या तो फोटो अपलोड कर रहे होंगे या फेसबुक पर किसी अजीब से क्विज में भाग ले रहे होंगे. जाने-अनजाने हम अपने बारे में ऐसी कई निजी जानकारियां फेसबुक पर साझा करने लगे हैं जिनके बारे में आमतौर पर हम किसी से जिक्र तक करना पसंद नहीं करते. हम सोचते हैं कि अगर हमने अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स सही से सेट की हैं तो चिंता करने की कोई बात नहीं और खुद को अपने फ्रेंड सर्किल के बीच पूरी तरह महफूज समझने लगते हैं.
असल परेशानी इस बात की है कि हमें कभी ये पता ही नहीं चलता है कि फेसबुक पर कौन हमारे बारे में पढ़ रहा है या जानकारी जुटा रहा है. हो सकता है कि हमारा कोई दोस्त ऐसी एप्लीकेशन डाउनलोड कर लेता है जिससे उसका एकाउंट हैक हो जाए. यह भी हो सकता है कि हमारा दोस्त लॉगआउट करना भूल जाए और उसके कोई अंकल या जानकार उसके एकाउंट का इस्तेमाल करने लगे. ऐसे में अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए आपको इन पांच चीजों को फेसबुक पर कभी पोस्ट नहीं करना चाहिए:
(1) अपने और अपने परिवार की पूरी बर्थडेट: बर्थडे के दिन अपनी फेसबुक वॉल पर "हैप्पी बर्थडे" मैसेज पढ़कर हम सबको बेहद खुशी होती है. यही वजह है कि हम में से ज्यादातर लोग अपने जन्मदिन की तारीख फेसबुक पर जरूर मेंशन करते हैं, लेकिन ऐसा करते वक्त हम ये भूल जाते हैं कि हम चोरों को अपने बारे में बेहद निजी जानकरी दे रहे हैं. वैसे हमें बर्थ डेट मेंशन करने से बचना चाहिए, लेकिन फिर भी अगर आप ऐसा करना ही चाहते हैं तो कम से कम से बर्थ ईयर के बारे में कोई जानकारी न दें. वैसे भी जो आपके सच्चे और पक्के दोस्त होंगे उन्हें आपके बर्थडे के बारे में मालूम ही होगा.
(2) रिलेशनशिप स्टेटस: चाहे आप रिलेशन में हों या न हों, उसे सार्वजनिक रूप से जाहिर न करने में ही अक्लमंदी है. अगर आप अपना स्टेटस कमिटेड से सिंगल करते हैं तो उन लोगों को मौका मिल जाता है जो काफी समय से आपके पीछे पड़े हुए थे. इससे उन्हें यह भी पता चल जाता है कि अब आप ज्यादातर समय अकेले रहती हैं. ऐसे में बेहतर यही रहेगा कि अपने प्रोफाइल में रिलेशनशिप स्टेटस को ब्लैंक ही छोड़ दिया जाए.
(3) करंट लोकेशन: ऐसे कई लोग हैं जिन्हें फेसबुक पर लोकेशन टैग करना बहुत अच्छा लगता है ताकि वे बता सकें कि 24 घंटे सातों दिन वे कहां रहते हैं. यानी कि आप खुलेआम इस बात का ऐलान करते फिर रहे हैं कि आप छुट्टियों पर हैं (और आपके घर में कोई नहीं है). इस पर अगर आप ये भी बता दें कि आप कितने दिनों के लिए बाहर गए हैं तो चोरों का काम आसान हो जाता है और वे आसानी से आपके घर पर हाथ साफ करने की साजिश रच लेते हैं. अच्छा यह रहेगा कि छुट्टियों से वापिस आने पर आप फोटो अपलोड कर अपने दोस्तों को जताएं कि जब वो काम कर रहे थे तब आप घूमने, खाने-पीने और शॉपिंग में बिज़ी थे.
(4) घर पर अकेले हैं तो रखें खास एहतियात: पेरेंट्स को इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि जब उनके बच्चे घर पर अकेले हों तब न तो खुद और न ही बच्चे इस बारे में अपने-अपने फेसबुक एकाउंट पर कुछ लिखें. वैसे भी जब आप घर पर अकेले होते हैं तब खुद किसी अजनबी के घर जाकर उसे इस बारे में जानकारी नहीं देते हैं तो फेसबुक पर भी ऐसा न करें.
हमें लगता है कि सिर्फ हमारे दोस्त ही हमारा स्टेटस पढ रहे हैं, लेकिन असल में हमें पता ही नहीं होता है कि कौन-कौन उसे पढ़ रहा है. हो सकता है कि आपके दोस्त का एकाउंट हैक हो गया हो या दफ्तर में उसके पीछे खड़े होकर कोई चुपके से आपके स्टेटस को पढ़ रहा हो. सबसे अच्छा तरीका यही है कि आप फेसबुक पर ऐसा कोई स्टेटस अपलोड न करें जिसे आप किसी अजनबी से कभी शेयर नहीं करेंगे.
(5) बच्चों की तस्वीरें उनके नाम से टैग न करें: हम अपने बच्चों से बेहद प्यार करते हैं. उन्हें महफूज रखने के लिए हम किसी भी हद तक जा सकते हैं, लेकिन ज्यादातर लोग अपने बच्चों की ढेर सारी फोटो और वीडियो बिना सोचे-समझे टैग कर देते हैं. यही नहीं कई बार तो हम उनकी फोटो को ही अपनी प्रोफाइल पिक्चर बना लेते हैं. 10 में से नौ पेरेंट्स ऐसे हैं जो डिलीवरी के बाद अस्पताल में रहते हुए ही अपने बच्चों का पूरा नाम और डेट तथा टाइम फेसबुक पर पोस्ट कर देते हैं.
हम अपने बच्चों की फोटो पोस्ट करने के साथ ही उन्हें और उनके दोस्तों को अपने भाई-बहनों, कजिन्स और दूसरे रिश्तेदारों के साथ टैग कर देते हैं. इस जानकारी का इस्तेमाल बदमाश आपके बच्चे को बहलाने के लिए कर सकते हैं. आपके बच्चों का विश्वास जीतने के लिए वे उन्हें नाम से बुलाने के साथ ही उनके दोस्तों और रिश्तेदारों का नाम भी ले सकते हैं ताकि उन्हें यकीन हो जाए कि वो अजनबी नहीं हैं. इस तरह वे धीरे-धीरे बच्चों के दिल में अपनी जगह बना लेते हैं और फिर अपने नापाक इरादों को अंजाम देते हैं.
अगर आप अपने बच्चों की तस्वीरें अपलोड भी कर रहे हैं तो उनका पूरा नाम और डेट ऑफ बर्थ की जानकारी देने से बचें. वैसे ज्यादा फोटो अपलोड करने की जरूरत ही क्या है.
आखिर में अपने दोस्तों या रिश्तेदारों के बच्चों को टैग करने से पहले दो बार सोचें. हो सकता है कि ऊपर दिए गए कारणों की वजह से वे यह चाहते ही न हो कि आप उनके बच्चों की फोटो को टैग करें. बेहतर होगा कि आप उन्हें फोटो ईमेल कर दें और अगर उनकी मर्जी होगी तो वो खुद ही उन्हें टैग कर देंगे.
Sunday, 9 November 2014
स्वच्छ भारत - 'गांधी' सत्ता की चाेट में
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दिनांक ०७-११-२०१४ को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी स्वच्छ भारत अभियान में अस्सी घाट, वाराणसी पर गंगा की मिट्टी साफ़ करते हुए। |
Sunday, 2 November 2014
देह व्यापार को कानूनी बनाने की सिफारिश कर सकता है, महिला आयोग :-
न्यायिक अधिकारियों के कितने पद खाली हैं, भारत में (as on 20.03.2025) by #Grok
भारत में न्यायिक अधिकारियों के रिक्त पदों की संख्या समय-समय पर बदलती रहती है, क्योंकि यह नियुक्तियों, सेवानिवृत्ति, और स्वीकृत पदों की संख्य...
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वशिष्ठ जी भगवान श्रीराम के वनवास प्रकरण पर भरत जी को समझाते हैं, इस अवसर पर बाबा तुलसीदास जी ने श्री रामचरितमानस की एक चौपाई में...
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एक तर्क हमेशा दिया जाता है कि अगर बाबर ने राम मंदिर तोड़ा होता तो यह कैसे सम्भव होता कि महान रामभक्त और राम चरित मानस के रचयिता गोस्वामी तुलस...
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Link of Bill:- एडवोकेट्स (संशोधन) विधेयक, 2025 का प्रारुप विधेयक का प्रावधान :- विधेयक के प्रमुख प्रावधान विधेयक में बार काउंसिल की संरचना...