सबको प्रेम का रंग लगाना है,
होली हमें भारत संग मानना है।
प्रतिकार करो, चाहे इंकार करो,
पर प्रेम के रंगों को स्वीकार करो।
तिरंगे के रंगों से तुम्हें नहलाना है,
होली हमें भारत संग मानना है।
भर पिचकारी प्रेम की बौछार जो मारी,
भीगा तन, भीगेंगे आत्मा भी तुम्हारी।
सबको भारत के रंग में रंगना है,
होली हमें भारत संग मानना है।
अबीर गुलाल तो सिर्फ बहाना है,
हमें तो भारत के दिलों से दूरियों को मिटाना है।
तो फिर कैसा और किससे शर्माना है,
होली हमें भारत संग मानना है।
- अंशुमान दुबे
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Advocate Anshuman Dubey wishes all friends, brothers & Sisters "Happy HOLI' |
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